अकोला के अरुण वोरा अपहरण मामले में अकोला पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच के निर्देश एलसीबी को दिए गए थे इसके बाद दो पथकों का गठन किया गया था गोपनीय जानकारी के आधार पर तथा तांत्रिक विश्लेषण के माध्यम से 15 मई 2024 को मिली गोपनीय जानकारी के अनुसार आरोपी मिथुन उर्फ मोंटी सुधाकर इंगले, किशोर पूंजाजी दाभाडे, फिरोज खान युसूफ खान, शरद पूजाजी दाभाडे, आशीष अरविंद घनबहादुर, राजा सरफराज खान, चंदू इंग्ले, इनके द्वारा व्यापारी अरुण कुमार वोरा की अपहरण करने की जानकारी प्राप्त करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई इस दौरान व्यवसायी अरुण वोरा अपने घर वापस लौट गए। इसके बाद व्यवसायी से पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उन्होंने जानकारी दी के उन्हें कान्हेरी सरफ में एक घर में हाथ पैर बांध कर रखा गया था।
अपहरण करने वाले आरोपी ने उन्हें धमकी देकर ऑटो में बैठाया और अकोला की ओर भेजा ऐसी जानकारी प्राप्त हुई और गुप्त जानकारी के द्वारा कानेरी में आरोपी होने की जानकारी मिलने से उक्त आरोपीयो की साठ घाट करके अरुण कुमार ने अपना अपहरण तो नहीं किया यह भी शक पुलिस को था। जिसके बाद आरोपियों की फिर तलाश मे तकनीकी जानकारी के आधार पर शुरू की गई। जिसमें आरोपी क्रमांक एक और पांच इन्हें देर रात कब्जे में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने अपराध की कबूली दी तथा उन्होंने अपराध में उपयोग किए गए वाहन हथियार पिस्टल व अन्य साहित्य जप्त किए गए इस अपराध में आरोपियों को पैसे की जरूरत होने से अरुण कुमार वोरा का अपहरण किया गया है यह निष्पन हुआ उन्हें पुलिस की भनक लगने से उन्होंने अपहरण किए हुए अरुण कुमार को घर में भेजने संबंधी प्राथमिक जानकारी में निष्पन्न हुआ है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अकोला बच्चन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे, उपाविभाग पुलिस अधिकारी सतीश कुलकर्णी, पुलिस निरीक्षक शंकर शेलके स्थानीय अपराध शाखा अकोला, पुलिस निरीक्षक मनोज बहूरे रामदासपेठ के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक गोपाल जाधव स्थानीय अपराध शाखा अकोला एवं कर्मचारियों ने अंजाम दी।